अब ना आरजू है तुमसे मिलने की, ना ख्वाईश है तुमको रिझाने की अब ना आरजू है तुमसे मिलने की, ना ख्वाईश है तुमको रिझाने की
मेरा गम भी मुस्कुराता है बस तुम्हारे लिये..... ख्वाब भी मुझको जगाता है बस तुम्हारे ल मेरा गम भी मुस्कुराता है बस तुम्हारे लिये..... ख्वाब भी मुझको जगाता है ...
नहीं चाहिए कोई धन दौलत मुझे जीना है मुझे बस तेरे लिए। पाया बड़ी मन्नतों से तुझे रब ने बन... नहीं चाहिए कोई धन दौलत मुझे जीना है मुझे बस तेरे लिए। पाया बड़ी मन्नतों...
तुम गर्म चाय की प्याली हो तुम्हारी मुस्कान निराली हो। तुम क्या हो मेरे लिए इस बेस तुम गर्म चाय की प्याली हो तुम्हारी मुस्कान निराली हो। तुम क्या हो मेरे लिए ...
तुम्हारी प्रेरणा, से तुम्हारे लिए..! तुम्हारी प्रेरणा, से तुम्हारे लिए..!
कि अर्थ बहुत गहरे हैं , ..सिर्फ तुम्हारे लिए !! कि अर्थ बहुत गहरे हैं , ..सिर्फ तुम्हारे लिए !!